प्रधानमंत्री मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान (पीएम-मित्र) योजना भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य देश में वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देना, निवेश आकर्षित करना, और रोजगार के अवसर सृजित करना है। हालांकि, बिहार राज्य में इस योजना के तहत कोई पार्क स्थापित नहीं किया गया है, जिसके कारण राज्य के नागरिकों, विशेषकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर, पीएम-मित्र पार्क की मांग बढ़ती जा रही है।
पीएम-मित्र योजना का परिचय
पीएम-मित्र योजना की घोषणा 2021 में की गई थी, जिसके तहत देश में सात मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना का उद्देश्य वस्त्र उद्योग में निवेश को आकर्षित करना, लॉजिस्टिक्स लागत को कम करना, और भारतीय वस्त्रों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देना है। योजना के तहत ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड साइटों पर पार्क स्थापित किए जाएंगे, जिनमें इन्क्यूबेशन सेंटर, विकसित फैक्ट्री साइट्स, सड़कें, बिजली, पानी, अपशिष्ट जल प्रणाली, कॉमन प्रोसेसिंग हाउस, और अन्य संबंधित सुविधाएं शामिल होंगी।
बिहार में पीएम-मित्र पार्क की मांग

बिहार के नागरिकों और विभिन्न पोर्टलों द्वारा राज्य में पीएम-मित्र पार्क की स्थापना की मांग की जा रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, विशेषकर ट्विटर पर, #WhyNotPMMitraParkInBihar जैसे हैशटैग के माध्यम से लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं। उनका मानना है कि इस पहल से राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और वस्त्र उद्योग को नई दिशा मिलेगी।
बिहार में प्रस्तावित टेक्सटाइल पार्क
2022 में, बिहार सरकार ने पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर में पीएम-मित्र परियोजना के तहत एक मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा था। इसके लिए 1719 एकड़ भूमि चिन्हित की गई थी। हालांकि, यह प्रस्ताव केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत नहीं किया गया, जिसके कारण यह योजना अधर में लटक गई।
भागलपुर में टेक्सटाइल पार्क की संभावना
भागलपुर, जो अपनी सिल्क साड़ियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है, में भी टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने की मांग की जा रही है। उद्योग विभाग ने इसके लिए 1000 एकड़ अविवादित भूमि की मांग की है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस पहल से क्षेत्र के वस्त्र उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
पीएम-मित्र योजना के तहत स्वीकृत पार्क
केंद्र सरकार ने पीएम-मित्र योजना के तहत तमिलनाडु, तेलंगाना, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, और महाराष्ट्र में सात टेक्सटाइल पार्कों की स्थापना को मंजूरी दी है। प्रत्येक पार्क के माध्यम से लगभग 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने और 1 लाख प्रत्यक्ष एवं 2 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
बिहार में पीएम-मित्र पार्क की आवश्यकता
बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है, जहां कच्चे माल की उपलब्धता है। इसके अलावा, राज्य में श्रम शक्ति की भी प्रचुरता है। यदि बिहार में पीएम-मित्र पार्क की स्थापना होती है, तो यह राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाएगा, बल्कि राज्य के वस्त्र उद्योग को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
निष्कर्ष
बिहार में पीएम-मित्र पार्क की स्थापना की मांग राज्य के नागरिकों की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। केंद्र और राज्य सरकारों को इस दिशा में मिलकर कार्य करना चाहिए, ताकि बिहार के वस्त्र उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके।