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13 साल बाद रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली की वापसी: अरुण जेटली स्टेडियम में फैंस का सैलाब

नई दिल्ली, सुबह 5 बजे। कड़ाके की ठंड में दिल्ली के लोग मोटे जैकेट, मफलर और ऊनी टोपी पहने, अपने हाथों को जेब में दबाए अरुण जेटली स्टेडियम के बाहर कतार में खड़े थे। यह कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं था, ना ही वर्ल्ड कप या आईपीएल का बड़ा मुकाबला। यह सिर्फ एक रणजी ट्रॉफी मैच था। लेकिन इस मैच का रोमांच किसी बड़े टूर्नामेंट से कम नहीं था, क्योंकि 13 साल बाद विराट कोहली दिल्ली के लिए खेलने वाले थे।

दिल्ली क्रिकेट के इस नायाब सितारे ने आखिरी बार 2012 में रणजी ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के खिलाफ खेला था। अब, 30 जनवरी 2025 को रेलवे के खिलाफ उनकी वापसी एक घर वापसी जैसी थी। फैंस के लिए यह केवल एक मैच नहीं, बल्कि भावनाओं का ज्वार था।


अरुण जेटली स्टेडियम में कोहली-मय माहौल

जब विराट कोहली मैदान में हों, तो स्टेडियम का माहौल अपने आप बदल जाता है। इस रणजी मैच के लिए 15,748 फैंस अरुण जेटली स्टेडियम में पहुंचे, जो आमतौर पर रणजी मैचों में नहीं देखा जाता।

फैंस की दीवानगी:

  • “कोहली-कोहली” के गगनभेदी नारे स्टेडियम के चारों ओर गूंज रहे थे।
  • लोग 18 नंबर की कोहली जर्सी पहनकर आए थे।
  • कई फैंस ने “Welcome Back King Kohli” और “Once a Delhi Boy, Always a Delhi Boy” जैसे पोस्टर पकड़े थे।
  • कुछ फैंस ने रातभर स्टेडियम के बाहर डेरा डाला, ताकि सुबह जल्दी अंदर जा सकें।
  • सोशल मीडिया पर #KingKohli और #ViratInRanji ट्रेंड करने लगा।

रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट में इतनी जबरदस्त भीड़ यह साबित करती है कि विराट कोहली सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक भावना हैं।


विराट कोहली की वापसी: घरेलू क्रिकेट के लिए एक नया जोश

विराट कोहली की यह वापसी न केवल दिल्ली क्रिकेट के लिए बल्कि भारतीय घरेलू क्रिकेट के लिए भी एक नई ऊर्जा लेकर आई।

वापसी क्यों महत्वपूर्ण है?

  1. युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा: रणजी ट्रॉफी में खेलकर कोहली युवा खिलाड़ियों को यह संदेश दे रहे हैं कि घरेलू क्रिकेट भारतीय क्रिकेट की नींव है।
  2. घरेलू क्रिकेट का महत्व: कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी की वापसी से रणजी ट्रॉफी को और लोकप्रियता मिलेगी।
  3. फॉर्म में वापसी की तैयारी: विराट कोहली अपनी लय और तकनीक को और निखारने के लिए रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं, ताकि आगामी अंतरराष्ट्रीय सीरीज में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

दिल्ली के कोच सरनदीप सिंह ने भी कहा,
विराट ने खुद इस मैच के लिए हामी भरी थी। उनकी मौजूदगी से हमारी टीम और मजबूती के साथ खेलेगी।

यह साफ था कि भले ही यह रणजी ट्रॉफी हो, लेकिन विराट कोहली के लिए कोई भी मैच छोटा नहीं होता।


घरेलू क्रिकेट को विराट कोहली का तोहफा

रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली की वापसी न सिर्फ दिल्ली क्रिकेट के लिए, बल्कि पूरे भारतीय घरेलू क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था।

इससे क्या बदलेगा?

घरेलू क्रिकेट को ज्यादा लोकप्रियता मिलेगी।
युवा खिलाड़ियों को विराट कोहली से सीखने का मौका मिलेगा।
रणजी ट्रॉफी में दर्शकों की रुचि बढ़ेगी, जिससे भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।

कोहली का यह कदम साबित करता है कि वह न सिर्फ एक महान खिलाड़ी हैं, बल्कि एक सच्चे क्रिकेट प्रेमी भी हैं, जो हर स्तर के क्रिकेट को महत्व देते हैं।


निष्कर्ष: विराट कोहली की घर वापसी एक ऐतिहासिक क्षण

अरुण जेटली स्टेडियम में 15,748 फैंस का जुटना सिर्फ एक संख्यात्मक आंकड़ा नहीं था, यह विराट कोहली के प्रति लोगों के प्यार और सम्मान का प्रमाण था।

13 साल बाद रणजी ट्रॉफी में उनकी वापसी घरेलू क्रिकेट के लिए एक नया जीवन लेकर आई है। जहां भी कोहली खेलते हैं, वहां का मैदान खुद-ब-खुद एक महोत्सव बन जाता है।

आखिर में बस यही कहा जा सकता है – “King is Back, and He is Back with a Bang!”

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