विराट कोहली, जो भारतीय क्रिकेट का चेहरा माने जाते हैं, 2012 के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी में वापसी कर रहे हैं। उनकी यह वापसी घरेलू क्रिकेट और नए उभरते खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में देखी जा रही है। इस निर्णय के पीछे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नए दिशानिर्देशों का भी हाथ है, जो केंद्र से अनुबंधित खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित करता है।
मुख्य बिंदु
तिथि और स्थान
कोहली दिल्ली टीम के लिए अंतिम ग्रुप-स्टेज मैच में रेलवेज़ के खिलाफ खेलेंगे। यह मैच 30 जनवरी से 2 फरवरी 2025 तक अरुण जेटली स्टेडियम, दिल्ली में आयोजित होगा। यह मैच प्रशंसकों के लिए खास होगा क्योंकि कोहली घरेलू मैदान पर खेलते दिखेंगे।
तैयारी और प्रशिक्षण
कोहली ने अपनी तैयारी का स्तर बढ़ा दिया है। वह 28 जनवरी 2025 से दिल्ली टीम के साथ प्रशिक्षण शुरू करेंगे। उनकी तैयारी में बैकफुट खेल और तकनीकी कौशल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कोहली संजय बांगड़ (पूर्व भारतीय और आरसीबी बैटिंग कोच) के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रहे हैं।
घरेलू क्रिकेट के प्रति समर्पण
यह वापसी कोहली के लिए न केवल फॉर्म पुनः प्राप्त करने का अवसर है, बल्कि यह दर्शाता है कि बड़े खिलाड़ी भी जमीनी स्तर के क्रिकेट को महत्व देते हैं। घरेलू क्रिकेट के प्रति उनका यह समर्पण उभरते क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा है।
प्रशंसकों की तैयारी
दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) ने इस मैच को लेकर विशेष तैयारियां की हैं।
- फ्री एंट्री: दर्शकों को मुफ्त में मैच देखने की अनुमति दी गई है।
- सुरक्षा व्यवस्था: सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि लगभग 10,000 प्रशंसकों के आने की उम्मीद है।
- सीटिंग: स्टेडियम में अतिरिक्त सीटिंग की व्यवस्था की गई है।
ऐतिहासिक प्रदर्शन
कोहली का रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन हमेशा प्रभावशाली रहा है।
- कुल रन: 23 मैचों में 1,574 रन।
- औसत: 50.77।
- शतक: 5।
उनका आखिरी रणजी मैच 2012-13 सीजन में उत्तर प्रदेश के खिलाफ था।
अन्य सितारों की भागीदारी
कोहली के साथ भारतीय क्रिकेट के अन्य बड़े सितारे जैसे रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा, और शुभमन गिल ने भी रणजी ट्रॉफी में खेलने की पुष्टि की है। इससे घरेलू क्रिकेट के प्रति शीर्ष खिलाड़ियों के समर्थन का पता चलता है।
रणजी ट्रॉफी और भारतीय क्रिकेट पर प्रभाव
विराट कोहली की यह वापसी घरेलू क्रिकेट के महत्व को दोबारा स्थापित करती है। यह न केवल युवाओं को प्रेरणा देगा बल्कि घरेलू टूर्नामेंट की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ाएगा।
निष्कर्ष
विराट कोहली का रणजी ट्रॉफी में लौटना घरेलू क्रिकेट के प्रति उनके समर्पण और भारतीय क्रिकेट की जड़ों से जुड़े रहने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनकी यह वापसी युवा क्रिकेटरों और प्रशंसकों दोनों के लिए एक बड़ा उदाहरण है।