भारत में पिछले कुछ वर्षों में बिजली खपत में तेज वृद्धि हुई है, और इसका एक बड़ा कारण एयर कंडीशनर (AC) की बढ़ती मांग है। भीषण गर्मी और बदलती जीवनशैली के कारण घरों, दफ्तरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में AC का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में आई रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत का बिजली बाजार दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार बन गया है।
बिजली खपत के चौंकाने वाले आंकड़े
भारत में बिजली की मांग हर साल बढ़ रही है, खासकर गर्मी के महीनों में। यहां कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े दिए गए हैं:
- जून 2024: देश में बिजली की खपत 9% बढ़कर 152.38 अरब यूनिट हो गई, जो जून 2023 में 140.27 अरब यूनिट थी। अधिकतम बिजली मांग 245.41 गीगावाट तक पहुंच गई।
- अगस्त 2024: बारिश के कारण AC और कूलर के उपयोग में कमी आई, जिससे बिजली खपत 4.7% घटकर 144.21 अरब यूनिट रही।
- दिसंबर 2024: सर्दियों में भी बिजली खपत बढ़ी, जो 6% बढ़कर 130.40 अरब यूनिट हो गई।
AC की रिकॉर्ड बिक्री
भारत में 2024 में AC की बिक्री ने नए रिकॉर्ड बनाए। कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (CEAMA) की रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष लगभग 1.4 करोड़ यूनिट (14 मिलियन यूनिट) एयर कंडीशनर की बिक्री होने की उम्मीद है, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
भारत का बिजली बाजार और सरकार की योजना
- तेजी से बढ़ता बाजार: 2024-25 में देश की पीक बिजली मांग 249,856 मेगावाट तक पहुंच गई, जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
- 2031-32 का लक्ष्य: सरकार ने 500,000 मेगावाट से अधिक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, जिससे बिजली की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।
ऊर्जा संरक्षण की जरूरत
AC की बढ़ती मांग और बिजली की खपत के साथ, ऊर्जा संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाना जरूरी हो गया है। सरकार और बिजली कंपनियां अब ऊर्जा दक्षता वाले उपकरणों और सौर व पवन ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने पर काम कर रही हैं, ताकि भविष्य की बिजली जरूरतों को संतुलित किया जा सके।
भारत में बिजली की खपत में बढ़ोतरी का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा, लेकिन स्मार्ट ऊर्जा समाधान अपनाकर इसे अधिक टिकाऊ बनाया जा सकता है।