ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने इस बात की आशंका जताई है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) विदेशी खिलाड़ियों और दर्शकों को निशाना बना सकते हैं। इस रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान सरकार और ICC के अधिकारियों में हलचल मच गई है।
आतंकी हमले का खतरा क्यों बढ़ा?
चैंपियंस ट्रॉफी एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट है, जिसमें विभिन्न देशों की टीमें भाग लेती हैं। यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित किया जाना है, लेकिन देश में बढ़ते आतंकवादी खतरे और राजनीतिक अस्थिरता के चलते इस आयोजन को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं।
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, ISIS-K विदेशी नागरिकों को किडनैप करने की योजना बना रहा है। यह संगठन पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय है और कई बार खतरनाक आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका है। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि इस्लामिक स्टेट खुरासान विदेशी खिलाड़ियों, दर्शकों और अधिकारियों को बंधक बनाकर फिरौती की मांग कर सकता है या उनकी हत्या कर सकता है।
ICC और पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया
आईसीसी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इस रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है। ICC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में हैं। हमारी पहली प्राथमिकता खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।”
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने भी सुरक्षा को लेकर अपनी रणनीति पर चर्चा की है। पाकिस्तान के गृह मंत्री ने कहा, “हम चैंपियंस ट्रॉफी को सुरक्षित रूप से आयोजित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। विदेशी खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए जाएंगे।”
कैसे हो सकती है सुरक्षा व्यवस्था?
पाकिस्तान सरकार ने इस टूर्नामेंट के लिए स्पेशल सिक्योरिटी प्लान तैयार किया है। इसमें निम्नलिखित उपाय शामिल किए गए हैं:
- खिलाड़ियों और अधिकारियों को Z+ श्रेणी की सुरक्षा: अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों और ICC अधिकारियों को सबसे ऊंचे स्तर की सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
- स्टेडियम और होटलों की कड़ी निगरानी: CCTV कैमरे, ड्रोन और विशेष कमांडो टीमों की तैनाती की जाएगी।
- सुरक्षा बलों की भारी तैनाती: मैचों के दौरान पाकिस्तानी सेना, रेंजर्स और पुलिस को तैनात किया जाएगा।
- खिलाड़ियों की मूवमेंट पर सख्त निगरानी: खिलाड़ियों को एक निश्चित क्षेत्र में ही रहने की सलाह दी जाएगी और उनकी मूवमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- इंटेलिजेंस एजेंसियों का लगातार मॉनिटरिंग: आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विभिन्न खुफिया एजेंसियों को सतर्क किया गया है।
क्या विदेशी टीमें पाकिस्तान में खेलने को तैयार होंगी?
यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान में होने वाले किसी बड़े टूर्नामेंट को लेकर सुरक्षा चिंताओं का मुद्दा उठा हो। 2009 में श्रीलंकाई टीम पर लाहौर में आतंकी हमला हुआ था, जिसके बाद पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करीब एक दशक तक ठप रहा।
हालांकि, हाल के वर्षों में पाकिस्तान ने कई अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी की है, लेकिन सुरक्षा को लेकर विदेशी टीमें अब भी पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। इस अलर्ट के बाद कुछ देश इस टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लेने पर विचार कर सकते हैं।
भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर अत्यधिक सतर्क रहते हैं। अगर हालात और बिगड़ते हैं तो यह संभव है कि कुछ टीमें ICC से टूर्नामेंट को किसी अन्य देश में शिफ्ट करने की मांग करें।
आतंकी हमलों का इतिहास और पाकिस्तान
पाकिस्तान पिछले कुछ दशकों से आतंकवाद से जूझ रहा है। 2009 के श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमले के अलावा, हाल ही में भी कई आतंकवादी घटनाएं सामने आई हैं। 2023 में पेशावर की एक मस्जिद में हुए धमाके में सैकड़ों लोगों की जान गई थी। ऐसे में, ICC और अन्य क्रिकेट बोर्ड पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित हो सकते हैं।
क्या ICC टूर्नामेंट को शिफ्ट कर सकता है?
अगर सुरक्षा हालात और बिगड़ते हैं, तो ICC टूर्नामेंट को किसी और देश में शिफ्ट कर सकता है। इसके लिए UAE एक संभावित विकल्प हो सकता है, जहां इससे पहले कई ICC टूर्नामेंट और IPL के मैच भी कराए जा चुके हैं।
हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने साफ कर दिया है कि वे टूर्नामेंट को अपने देश में ही आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। PCB के अध्यक्ष ने कहा, “हमारे पास इस टूर्नामेंट की सफल मेजबानी करने की पूरी क्षमता है। जो भी अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने होंगे, हम करेंगे।”
ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर मंडराते आतंकी खतरे ने क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों की चिंता बढ़ा दी है। पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं और अब यह देखना होगा कि ICC और PCB इस चुनौती से कैसे निपटते हैं।
अगर पाकिस्तान सरकार सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं करती है, तो यह संभव है कि कुछ देश इस टूर्नामेंट से नाम वापस ले लें या ICC इसे किसी अन्य देश में शिफ्ट कर दे। फिलहाल, सभी की नजरें पाकिस्तान सरकार और ICC की आगामी घोषणाओं पर टिकी हैं।