भारतीय शेयर बाजार में आज के लिए ट्रेडिंग रणनीति तैयार करने से पहले, हमें वैश्विक संकेतों, घरेलू आर्थिक आंकड़ों और प्रमुख सेक्टर के प्रदर्शन का विश्लेषण करना होगा। आइए, आज के ट्रेडिंग से पहले की पूरी जानकारी पर नजर डालते हैं।
वैश्विक संकेत (Global Cues)
1. अमेरिकी बाजार (US Markets)
पिछले सत्र में अमेरिकी बाजार में मिलाजुला रुख देखा गया।
- डाओ जोन्स: हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ।
- नैस्डैक: टेक कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन के कारण मामूली बढ़त दर्ज की।
- एसएंडपी 500: स्थिरता के साथ बंद हुआ।
2. एशियाई बाजार (Asian Markets)
आज सुबह एशियाई बाजारों में सकारात्मकता देखी जा रही है:
- जापान का निक्केई ऊपर है।
- हांगकांग का हैंगसेंग भी तेजी के साथ कारोबार कर रहा है।
- चीन के बाजार में स्थिरता है, और मेटल व रियल एस्टेट सेक्टर में सुधार की उम्मीद है।
3. डॉलर इंडेक्स और कमोडिटीज (Dollar Index and Commodities)
- डॉलर इंडेक्स: 103.2 पर स्थिर है। मजबूत डॉलर का असर एफआईआई निवेश पर पड़ सकता है।
- क्रूड ऑयल: ब्रेंट क्रूड की कीमत $78.5 प्रति बैरल है। ऊंची कीमतों से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर दबाव बन सकता है।
- सोना: 1,940 डॉलर प्रति औंस पर है, जो सुरक्षित निवेश की ओर झुकाव दिखाता है।
4. अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ (Global Events)
- फेडरल रिजर्व के सदस्य की टिप्पणी: फेड की ओर से ब्याज दरों को लेकर सख्ती बरतने के संकेत मिल सकते हैं।
- चीन का विनिर्माण डेटा: चीन के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सुधार दिख रहा है, जो मेटल और कच्चे माल की मांग को बढ़ा सकता है।
घरेलू संकेत (Domestic Cues)
1. भारतीय बाजारों का पिछला प्रदर्शन
2 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में मजबूत तेजी देखी गई।
- सेंसेक्स: 1,525.46 अंकों की बढ़त के साथ 79,943.71 पर बंद हुआ।
- निफ्टी 50: 24,150 के स्तर को पार करते हुए 24,200 के करीब बंद हुआ।
2. बैंक निफ्टी (Bank Nifty)
- बैंक निफ्टी: 51,605.55 पर बंद हुआ, जो पिछले सत्र से महत्वपूर्ण बढ़त दर्शाता है।
3. एफआईआई और डीआईआई गतिविधियाँ
- एफआईआई: ₹1,200 करोड़ की शुद्ध खरीदारी।
- डीआईआई: ₹800 करोड़ की बिकवाली।
एफआईआई की खरीदारी बाजार में स्थिरता का संकेत देती है।
4. घरेलू आर्थिक आँकड़े (Economic Data)
- जीएसटी कलेक्शन: दिसंबर में ₹1.67 लाख करोड़ का रिकॉर्ड कलेक्शन हुआ।
- पीएमआई डेटा: मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का डेटा मजबूत रहने की उम्मीद है।
- आरबीआई की नीति: आगामी मौद्रिक नीति बैठक से पहले बाजार स्थिरता बनाए रख सकता है।
प्रमुख सेक्टर पर नजर
1. आईटी सेक्टर
नैस्डैक में तेजी के कारण भारतीय आईटी कंपनियों जैसे टीसीएस, इंफोसिस और एचसीएल पर सकारात्मक असर पड़ सकता है।
2. मेटल सेक्टर
चीन के आर्थिक सुधार के संकेत मेटल शेयरों जैसे टाटा स्टील, हिंडाल्को और वेदांता में तेजी ला सकते हैं।
3. बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर
बैंक निफ्टी में उतार-चढ़ाव की संभावना है। पीएसयू बैंकों पर निवेशकों का ध्यान बना रहेगा।
4. ऑटोमोबाइल सेक्टर
साल के शुरुआती महीने में वाहन बिक्री के आंकड़े सकारात्मक रहने की उम्मीद है। मारुति, टाटा मोटर्स और अशोक लीलैंड पर नजर रखें।
तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis)
निफ्टी 50
- सपोर्ट: 24,000
- रेसिस्टेंस: 24,400
बैंक निफ्टी
- सपोर्ट: 51,000
- रेसिस्टेंस: 52,000
यदि निफ्टी 24,000 के ऊपर स्थिर रहता है, तो यह 24,400 तक जा सकता है। वहीं, 24,000 के नीचे गिरावट होने पर बाजार में दबाव आ सकता है।
आज के लिए रणनीति (Trading Strategy)
- शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स: निफ्टी 24,000 के ऊपर जाने पर बाय करें। स्टॉप-लॉस 23,800 पर रखें।
- इंट्राडे ट्रेडर्स: मेटल और आईटी सेक्टर में तेजी पर दांव लगाएं।
- मध्य और दीर्घकालिक निवेशक: बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में निवेश के अवसर तलाशें।
खबरों पर नजर (Key Events)
- आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक: ब्याज दरों पर भविष्य की दिशा तय करेगी।
- चीन का मैन्युफैक्चरिंग डेटा: भारतीय मेटल और कमोडिटी शेयरों पर असर।
- अमेरिकी फेड की टिप्पणियाँ: ब्याज दरों पर कोई नई दिशा तय हो सकती है।
डिस्क्लेमर
यह विश्लेषण केवल शैक्षणिक और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें।